प्यारे बच्चों , तुम सब मिलकर , अब रहना ।
इस जीवन में , उत्तम विद्या , ही पढ़ना ।।
सही कर्म में , रोज लगाना , तुम मन को ।
रखना हरदम , स्वच्छ हमेशा , निज तन को ।।
पढ़ लिखकर अब , बनना है कुछ , यह जानो ।
अच्छी आदत , को ही हरदम , तुम मानो ।।
लंबी देखो , राह तुम्हारी , है लगती ।
लेकिन मंजिल , तेरा रस्ता , है तकती ।।
चल दो तुम हर , आलस अपना , अब त्यागो ।
कभी नहीं तुम , अब दायित्वों , से भागो ।।
देख समय के , साथ चलो तब , सब पाओ ।
जीवन में तुम , सब खुशियों को , ले आओ ।।
सुधीर कुमार , मध्य विद्यालय शीशागाछी , प्रखंड टेढ़ागाछ , जिला किशनगंज , बिहार
0 Likes