
शिक्षक हैं हम, शिक्षा की ज्योति जलाएँगे,
देश-धर्म और जात-पात से, हम ऊपर उठ जाएँगे।
समता का नवगीत रचेंगे, ज्ञान का अलख जगाएँगे,
शिक्षक हैं हम, शिक्षा की ज्योति जलाएँगे।
गुरु आपकी ये अमृत वाणी,
हमेशा मुझको याद रहे।
जो अच्छा है जो बुरा है,
उसकी हम पहचान करे।
शिक्षक का योगदान
बच्चों के भविष्य को सजाते हैं शिक्षक,
ज्ञान के प्रकाश को जलाते हैं शिक्षक।
काँटों भरी कठिन डगर में,
चलना हमें सिखाता कौन?
शिक्षक को नमन
शिक्षक आज तुम्हें नमन है,
आबाद आज तुमसे चमन है।
विद्या देते दान गुरूजी,
हर लेते अज्ञान गुरूजी।
शिक्षक की भूमिका
शिक्षक हैं मार्गदर्शक हमारे,
जीवन की राह दिखाते हैं।
ज्ञान की बातें जो सिखलाता,
गुरु हमारा वह कहलाता।
संगीता कुमारी
उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय मलमल, प्रखंड – कलुआही जिला -मधुबनी, बिहार
