सावन आया वर्षा आई- अमरनाथ त्रिवेदी

Amarnath Trivedi

सावन आया वर्षा आई

सावन आया वर्षा आई ,
खेलें हम सब भाई भाई ।

खेतों में नव हरियाली छाई ,
किसानों ने खुशियाली पाई ।

सावन के दिन होते मनमाने ,
कभी वर्षा कभी धूप सुहाने ।

जब भी नभ बादल से घिर जाता ,
तब बड़ा मजा खेलने में आता ।

जब जब बदरा खूब बरसता ,
किसानों का मन खूब सरसता ।

हम बच्चे सावन के झूला झूलें,
बहती बयार भी नभ को छू ले ।

सावन का महीना अति है पावन ,
होते दृश्य बड़े मनभावन ।

नभ में झुंड के झुंड बादल मँडराते,
जिससे हम बच्चे अति खुश हो जाते ।

सावन में नभ और बादल का रिश्ता ,
जैसे नभ को मिला फरिश्ता ।

ऐसे सावन का मौसम सुहाना ,
जो देखता होता दीवाना ।

हम भी खेल पच्चीसी खेलें ,
सब बच्चे खुशियाँ भी ले लें ।

सावन में आनंद है इसका ,
हम बच्चों के लिए मान है जिसका ।

अमरनाथ त्रिवेदी
पूर्व प्रधानाध्यापक
उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैंगरा
प्रखंड बंदरा , जिला मुजफ्फरपुर

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