झिलमिल आया नवल सवेरा
नव किरणें हैं डालीं डेरा।
फुदक फुदक मन हुलस रहा है
स्वागत है नववर्ष तुम्हारा।।
आयी नूतन भोर सुहानी
चलो लिखो अब नयी कहानी।
आंखों में कुछ सपने पालो
कहती गयी रात की रानी।।
अखिल विश्व में चहके खुशियां
कोई ना हो गम का मारा।
स्वागत है नववर्ष तुम्हारा—-
रोज़ी रोटी मिले सभी को
प्रीत प्यार की नहीं कमी हो।
हंसते गाते लोग रहें सब
कहीं नहीं अब आगजनी हो।
कुछ ऐसा ही फूंको मंतर
बढ़े जगत में भाई चारा।
स्वागत है नववर्ष तुम्हारा—–
आशा बैठी पलक बिछाए
जाने कब से आस लगाए।
खोल अभी सब मन की गांठें
एक साथ हम कदम बढ़ाए।।
नए वर्ष आओ इस जग में
ले खुशियों का एक पिटारा।
स्वागत है नववर्ष तुम्हारा—
मीरा सिंह “मीरा”
+२, महारानी उषारानी बालिका उच्च विद्यालय डुमराँव जिला-बक्सर, बिहार