हमें किताब चाहिए- स्मिता ठाकुर

Asmita

सुन लो सर जी,सुन लो मैडम
ना खाना चाहिए ना पोशाक चाहिए…
बस समय से हमको किताब चाहिए।।
अप्रैल से शुरू होती है पढ़ाई…बिना किताब करूँ क्या खुद से लड़ाई??
नई क्लास है नई उमंग..
कगुलता बस्ता,पर लगी है जंग।।।
कॉपी,पेंसिल हर चीज नई है..
पर जो खोजूं तो किताबें नहीं है।।
कब तक छपवाओगे अंकल..??
हम बच्चे पूछ रहें हैं खुलकर।।।
अब ना देर करो तुम भाई..
बिन किताब ना होये पढ़ाई।।।।

स्मिता ठाकुर
प्रभारी प्रधानाध्यापिका
मध्य विद्यालय सखुआ,पिपरा,सुपौल

0 Likes
Spread the love

Leave a Reply