हस्त प्रक्षालनम्- राम किशोर पाठक

ram किशोर

हस्त प्रक्षालनम्, हस्त प्रक्षालनम्!
फेनकम्, घर्षणम्, हस्तौ घर्षणम्।
हस्तयो: पृष्टाभ्याम् घर्षणम्।।
अंगुल ग्रास घर्षणम्।
जलेन सर्व प्रक्षालनम्!
हस्त प्रक्षालनम्!
पूर्वे भोजनाम्, क्रीड़ा उपरांतम्।
शौचोपरांतम्।
पूर्वे नासा चक्षु स्पर्शणम्।
पूर्वे श्रवण मुखारविंदम्।।
शोभिनीम्, सुहासिनीम्।
नवीन कार्य कारिणीम्।।
स्वच्छ रूप धारिणीम्।
सुखदाम् सुन्दराम्, प्रक्षालनम्!
हस्त प्रक्षालनम्, हस्त प्रक्षालनम्।

रचयिता – राम किशोर पाठक
प्राथमिक विद्यालय भेड़हरिया इंगलिश पालीगंज पटना

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