हिंदी है पहचान हमारी ,शान हमारी हिंदी है
सबसे मीठी सबसे सरल, जबान हमारी हिंदी है
जो दिखती है वह पढ़ते हैं,नहीं कोई है फर्क यहां
सीधी सरल सी भाषा है, तर्क है नहीं वितर्क यहां
बांधे सबके मन को जो,समान हमारी हिंदी है
प्रेमचंद है दिनकर भी,निराला है और मधुकर भी
है रसखान यहां पर तो,है यहां जयशंकर भी
महादेवी की उपासना यह , जान हमारी हिंदी है
तितली सी सुंदर है यह,रस से भरी है मधुशाला
मैला आंचल भी है इसका,फिर भी है यह मधुबाला
रहते हैं होरी और धनिया,वह गोदान हमारी हिंदी है
खोल रखा घर आंगन जिसने ऐसा विशाल स्वरूप तेरा
उर्दू वही अंग्रेजी समय मिलकर बना यह रूप तेरा
सबको शरण देती है जो धनवान हमारी हिंदी है
हिंदी है पहचान हमारी शान हमारी हिंदी है
चांदनी समर उर्फ रिजवाना यासमीन
