मातृभाषा का शैक्षिक उपयोग – भूषण छंद – राम किशोर पाठक

मातृभाषा का शैक्षिक उपयोग – भूषण छंद जीवन का पहला अक्षर, जिस भाषा का होता स्वर। चित का तार जुड़े हर-पल, बहती है रसधार प्रखर।। लोरी जैसी होती यह, आती…

दसों दिशाएँ – बाल कविता – राम किशोर पाठक

दसों दिशाएँ – बाल सुलभ कविता जहाँ सूरज रोज निकलता है। जिधर से नभ में चढ़ता है।। पूरब उसको कहते प्यारे। सुबह रोज हीं दिखता प्यारे।। दिन बीते जब होती…

सफल बनो- मनमोहन छंद – राम किशोर पाठक

सफल बनो- मनमोहन छंद प्यारे बच्चों, बनो सफल, श्रम से होते, सभी सबल, रुकों नहीं तुम, चलो निकल, श्रेष्ठ सीख का, करो अमल। बनना तुमको, वीर प्रवर, रोके कोई, नहीं…

कर्तव्य बिना अधिकार नहीं – अमरनाथ त्रिवेदी

कर्त्तव्य बिना अधिकार नहीं कर्त्तव्य बिना अधिकार नहीं , इस जीव जगत के पार नहीं। यह जीवन की  ऐसी थाती है, कभी इसके बिना स्वीकार नहीं । परिस्थितियां चाहे जैसी हों ,…

पर्यावरण संरक्षण – मनु कुमारी

पर्यावरण संरक्षण भाईयों वृक्ष लगाना, बहनों वृक्ष लगाना। पर्यावरण सुरक्षा में सब मिलकर हाथ बढ़ाना ।। भाईयों वृक्ष लगाना, बहनों वृक्ष लगाना.. जल पर हीं है जीवन सारा,जल को रोज…

शिक्षा का हमारे जीवन में महत्व – मृत्युंजय कुमार

शिक्षा से बदलती है तस्वीर। शिक्षा हीं बदलती है तकदीर।। शिक्षा का है हमारे जीवन में बड़ा महत्व। शिक्षा से हीं करना सबसे बड़ा अपनत्व।। शिक्षा बिना जीवन लगता अधूरा।…

संधि विचार -राम किशोर पाठक

दोहा छंद आओ सीखें व्याकरण, सरल ढंग से आज। दोहा की भाषा यहाँ, सहज करे हर काज।।०१।। हिंदी भाषा में मिले, चिह्न तिरेपन वर्ण। वर्णमाला विचार में, छियालीस का पर्ण।।०२।।…