मधुमास चैत्र मास- सुरेश कुमार गौरव

Suresh-kumar-gaurav

फाल्गुन मास में ही अनुभूति प्रदान कर जाती,
फिर चैत्र मास आकर जगाती सुंदर भावों में!
🍂
आनंद बांटती यह मधुमास या चैत्र मास,
जैसे वसंत का होता आगमन फाल्गुन में!
🌻
पर नवस्फूर्ति अंतस उर्जा के होते भान
औ भाव व्यक्त होते इसी चैत्र मास में!
🥀
वनस्पति व जीवन सृष्टि नव प्रस्फुटित होती,
पके मीठे अन्न और फलों के दानों में!
🌿
फाल्गुन मास में ही अनुभूति प्रदान कर जाती
फिर चैत्र मास आकर जगाती सुंदर भावों में.
( २ )
फलों का राजा आम के लदकते समूह
गजब की सुगंध फैलाती खुशबूओं में!
🌾
गणगौर पूजती कन्याएं और सुहागिन,
नारियों के हाथ की हरी-हरी दूबों में!
🌿
वसंत दूत कोकिल कोयल की मधुर कूक ,
गूंजती चहुंओर संगीत स्वर लहरियों में!
🥀
फाल्गुन मास में ही अनुभूति प्रदान कर जाती
फिर चैत्र मास आकर जगाती सुंदर भावों में.
( ३ )
होते धरती पर पकी फसलों के खुब दर्शन,
बढ़ते आत्मबल,उत्साह और हलचल खेतों में!
💮
गूंजते पीपरा* के पतवा* डोले सरीखे* मनवा*,
फसलों की कटाई कृषक गीतो के स्वरों में!
💐
भारत भूमि के आभा मंडल के चारो ओर,
मानों खुशियों सी रौनक आ गई इस मास में!
🌿
फाल्गुन मास में ही अनुभूति प्रदान कर जाती
फिर चैत्र मास आकर जगाती सुंदर भावों में!
🍂
संकेत : पीपरा-पीपल , पतवा-पत्ता, सरीखे- समान
मनवा- मन में

सुरेश कुमार गौरव शिक्षक,उ.म.वि.रसलपुर,फतुहा,पटनाबिहार)
स्वरचित और मौलिक
@सर्वाधिकार सुरक्षित

Leave a Reply