दीपावली – एस.के.पूनम

S K punam

शीतल कार्तिक मास,
आशाओं के फूल खिले,
करें अब खरीदारी,कई मिले हैं संदेश।

बाजारों में भीडभाड़,
खरीदारों की कतारें,
चकाचौंध होती आँखें,करें पालन निर्देश।

सात समंदर पार,
रहता है परिवार,
अपनों की याद आई,चला दीप ले विदेश।

यम का निकला दीया,
विध्न बाधा दूर किया,
दीपावली की है रात,द्वार खड़े दरवेश।

एस.के.पूनम

Leave a Reply