आस्था का पर्व-अशोक कुमार

आस्था का पर्व आओ मकर संक्रांति मनाएं, एक दूजे के गले लग जाएं। अपनी संस्कृति को बचाएं, प्रेम की धारा बहाएं।। सुबह सुबह स्नान करें, सूर्य को नमस्कार करें। दही…

राष्ट्रीय बालिका दिवस-अशोक कुमार 

राष्ट्रीय बालिका दिवस आओ 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाएं, सभी को उनके अधिकारों के बारे में बतलाएं। पढ़ने का अवसर सबका है विधान, बेटा हो चाहे बेटी सब…

नशा मुक्ति-अशोक कुमार

नशा मुक्ति  धूम्रपान अपनाएंगे, कुशल से नहीं रह पाएंगे। जन-जन की यही पुकार, नशा को करो दरकिनार।। सारी कमाई नशे में लगाओगे, बच्चों को नहीं पढ़ा पाओगे।। नशा का लत…

संविधान दिवस-अशोक कुमार

संविधान दिवस हम अपने संविधान का आदर करें, राष्ट्रध्वज एवं राष्ट्रगान का करें सम्मान। राष्ट्र सेवा के लिए तत्पर रहें, सार्वजनिक संपत्ति की रक्षा करना है सबका कर्तव्य।। सबको हम…

अशोक कुमार-प्यारी मां

प्यारी मां प्यारी मां प्यारी मां, सबसे अच्छी मेरी मां। जब जब मैं रोता, मुझे चुप कराती मां।। मुझे दूध पिलाती मां, अंगुली पकड़कर चलना सिखाती। जब मैं गिर जाता…

अशोक कुमार-माटी की दीया

माटी की दीया आज दिवाली आई, खुब मस्ती लाई। अपने घर अंगनाई, चलो करें सफाई।। माटी की दीया बनाएं, घी का दीया जलाएं, वातावरण को स्वच्छ बनाएं, चलों दिवाली मनाएं।।…

हाथी राजा-अशोक कुमार

हाथी राजा हाथी राजा अड़े बड़े, सूंढ उठाकर कहां चले। लंबे लंबे कद है इनका, झुमते हुए चले पड़े।। पत्ते हैं इनका आहार, लंबे सूंढ से करते प्रहार। शाकाहारी है…

सबसे बड़ा उत्सव-अशोक कुमार

सबसे बड़ा उत्सव कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी है आई, हर सुहागन अपने पति की लंबी उम्र की करती है दुहाई। शुभ दिन चंद्रोदय व्यापिनी चतुर्थी है आई,…