राम आएँगे – नीतू रानी

राम आएँगे तो अंगना सजाऊँगी, दीप जलाके मैं आरती उतारुँगी। राम आएँगे गंगा जल लेके आऊँगी, चरण धोके चरणामृत पी जाऊँगी। राम आएँगे तो आसनी बिछाऊँगी, आसनी पर श्री राम…

स्कूल खुलल येअ हमार – नीतू रानी

विषय- मकरसंक्रांति गीत शीर्षक – स्कूल खुलल येअ हमार। गीत हे बहिना कोना मनायब मकरसंक्रांति त्योहार हे, स्कूल खुलल येअ हमार हे ना। हे बहिना ———२। पिया हमर छथिन प्रधान…

नारी क्यों मजबूर हुई – नीतू रानी

नारी क्यों मजबूर हुई जब उसपर अत्याचार क्रूर हुई, तभी नारी मजबूर हुई। नारी पर पुरुषों का बज्र प्रहार, नारी खाती रही पुरुषों की मार। नारी पर बदनामी की दाग,…

आया जनवरी –

आया जनवरी छाया कुहासा, फूलने लगा है मेरा स्वांसा । आया फरवरी फेके रजाई, धूप में बैठकर ले रहे जम्हाई। मार्च आया होली आई, बच्चों में खुशियाली छाई। अप्रैल में…

स्कूल खुलल हमार – नीतू रानी,

विषय -नववर्षक त्योहार शीर्षक -स्कूल खुलल हमार हे बहिना कोना‌ मनाएब नव वर्षक त्योहार हे स्कूल खुलल येअ हमार हे ना। पिया हमर बसै छथिन परदेश नववर्ष में कोना एथिन…

पढ़ें -लिखे को मुर्ख बनाता है – नीतू रानी

विषय -अनपढ हुकूमत करता है। शीर्षक – पढ़ें -लिखे को मुर्ख बनाता है। अनपढ़ हुकूमत करता है, पढ़े-लिखे को बेवकूफ बनाता है । सोचता है हम हैं बहुत पढ़े उसी…