प्रेमचंद-आँचल शरण

प्रेमचंद एकतीस जुलाई अठारह सौ अस्सी को, “माँ” आनंदी के घर जन्में पुत्र महान। पिता अजायब राय का उन्होंने बढ़ाया पूरा मान, और बचपन में उन्होंने रखा उनका नाम धनपत…

नन्हें बच्चे-कुमारी अनु साह

नन्हें बच्चे हम नन्हें बच्चे काफी श्रम करते हैं आसमान में उडने का दम भरते हैं । मेहनत से हम इतिहास लिखेंगे धरती से आकाश लिखेंगे अपनी मातृभूमि के मस्तक…

बुद्ध के आदर्श-अश्मजा प्रियदर्शिनी

बुद्ध के आदर्श बुद्ध के आदशों को मिली दिशाएँ। मंद कंचन सुमधुर बहती शीतल हवाएँ। राजा शुद्धोधन के घर में जन्मा पुत्र महान। इच्छवाकु वंश के, लुम्बिनी की खिली फिजाएँ।…

दोस्त हमारा इंटरनेट-शालिनी कुमारी

दोस्त हमारा इंटरनेट  इंटरनेट का है ये जमाना इंटरनेट ही दोस्त हमारा इंटरनेट की गलियारों में अब होता है सैर हमारा इंटरनेट से ही जुड़ा हुआ है शिक्षा का संसार…

कौन है इंसान-संयुक्ता कुमारी

कौन है इंसान अहंकार रहित दृढ़ता आत्मविश्वास से भरा शब्दों में मिठास, नजरों में हमदर्दी और चेहरे पर मुस्कान वो है इंसान।। अत्याचार के विरोध में खड़ा, स्वाभिमान से भरा…