आओ हे बनवारी- गीत
हरने कष्ट हमारी।
आओ हे बनवारी।।
मेरा धर्म बचाना।
करना नहीं बहाना।।
आस रखी दुखियारी।
आओ हे बनवारी।।०१।।
जीवन बहुत कठिन है।
लेकिन निर्मल मन है।।
दया करो गिरधारी।
आओ हे बनवारी।।०२।।
कुछ तो भूल हुई है।
जीवन धूल हुई है।।
मति गई है मारी।
आओ हे बनवारी।।०३।।
प्रेम सदा सिखलाया।
तूने रास रचाया।।
चक्र सुदर्शन धारी।
आओ हे बनवारी।।०४।।
तेरा मिले सहारा।
जीवन लगे किनारा।।
तेरी महिमा भारी।
आओ हे बनवारी।।०५।।
मेरी कुछ अभिलाषा।
बदलो गर परिभाषा।।
क्या तेरी लाचारी।
आओ हे बनवारी।।०६।।
गज को तुम्हीं उबारे।
गणिका को भी तारे।।
अब है मेरी बारी।
आओ हे बनवारी।।०७।।
गीतकार:- राम किशोर पाठक
प्रधान शिक्षक
प्राथमिक विद्यालय कालीगंज उत्तर टोला, बिहटा, पटना, बिहार।
संपर्क- 9835232978
