विषय -ज्ञान दिवस शीर्षक -छुआछूत बच्चों ने कागज का फूल अपने नन्हे हाथों से बनाकर किया डाॅक्टर भीमराव अम्बेडकर जी को श्रद्धांजलि अर्पित। भारत के ये वीर सपूत, जिसने मिटाया…
Author: Anupama Priyadarshini
पत्नी का जीवन- नीतू रानी
विषय – संस्कारहीन पति शीर्षक -पत्नी का जीवन मैंने देखा अपनी आँखों के सामने करते पति को पत्नी पर वार, इसलिए पति-पत्नी पर कुछ लिखने का मन में हुआ विचार।…
मनहरण घनाक्षरी छंद में – जैनेन्द्र प्रसाद रवि
प्रभाती पुष्प मनहरण घनाक्षरी छंद में पति व पत्नी के बीच नहीं करें कोई जिच, हमेशा बना कर रखें, आपस में मेल है। एक दूसरे के बीच होती जो समझदारी,…
आदिशक्ति मात भवानी- कुमकुम कुमारी ‘काव्याकृति’
आदिशक्ति हे मात भवानी , आप हैं मातु जग कल्याणी। हम आए माँ द्वार तुम्हारे, दूर करो माँ कष्ट हमारे। ज्ञान का मात ज्योत जला दो, मन से सारे बैर…
गिरगिट भी शर्माए – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
सुबह में किस दल रात में जाएं बदल, नेताओं के रंग देख, गिरगिट भी शर्माए। चुनाव के समय में नए-नए वादे सुन, उनके इरादे देख, मेरा दिल घबराए। सत्ता में…
जन मन सकुशल- एस.के.पूनम
🙏ऊँ कृष्णाय नमः🙏 विधा:-जलहरण घनाक्षरी (जन मन सकुशल) रमजान का महीना, पाक है मक्का मदीना, सेवा भाव सिलसिला,सदियों से है अचल। ज़कात फितरा दिए, खुशियाँ बटोर लाए, विधिवत इबादत,भाव रहे…
सजल – सुधीर कुमार
सजल सुमेरु छंद मात्रा — 19 यति — 12,7 समांत — ऊल पदांत — से हम 1222 122 , 2 122 चलो सबको सजा दें , फूल से हम ।…
दिल्ली पर नज़र – जैनेन्द्र प्रसाद रवि
चुनाव से हर बार तय होती जीत हार, किसी की आसान नहीं, सत्ता की डगर है। बयानों का ले के ओट मांगते हैं सभी वोट, भाषणों का नहीं होता, लोगों…
जलहरण घनाक्षरी छंद – जैनेन्द्र प्रसाद “रवि’
प्रभाती पुष्प जलहरण घनाक्षरी छंद हमेशा मगन रहें ईष्ट का भजन करें, वृथा नहीं नष्ट करें, समय को पल भर। कदम बढ़ाएं सदा फूंक-फूंक कर हम, जीवन में पड़ता है,…
प्रेम उपहार – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
प्रेम उपहार बाल भावना को स्पर्श करती रचना (मनहरण घनाक्षरी छंद में) नाजुक- कोमल कली, बागानों में जैसे माली, करे खूब देखभाल,बच्चे होते फूल से। कभी नहीं करें रोस, यदि…