भक्तों की पुकार सुन धरा-धाम पर आए, देवकी के पुत्र बन मेरे कृष्ण कन्हैया। दधी भी खिलाती रोज, लोरियाँ सुनती कभी, पालना झूलती तुझे, नित्य यशोदा मैया। यमुना के तट…
Author: Anupama Priyadarshini
कलयुगी लाल – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
बुढ़ापे की सहारा हेतु बहुत ही जतन से, संतान को बड़ा करें, लोग यहाँ पोस-पाल। जब रोजगार मिले, जीवन में कली खिले, बाहर जा बस जाता, अलग गलाता दाल। माता-पिता…
कृष्ण गीता का ज्ञान है – नरेश कुमार निराला
कृष्ण गीता का सार है, कृष्ण कंस का संहार है। कृष्ण प्रचंड भद्र काल है, कृष्ण देवकी-यशोदा के लाल है।। कृष्ण जीवन का सार है, कृष्ण मधुरता की रसधार है।…
जग के पालनहार – जैनेन्द्र प्रसाद रवि’
जगत कल्याण हेतु- देवकी के घर आए, भाद्रपद अर्ध रात्रि, कृष्ण लिए अवतार। गोपियों के प्रेम वश- माखन चुराते रोज, यशोदा के पुत्र बने जग के पालनहार। लाज को बचाने…
नारायण करें काज – एस.के.पूनम
अंधकार कारावास, अनहोनी का आभास, तड़ित चमके नभ,नारायण करें काज। धरा ललायित सदा, प्रभु चरण चूम लूँ, समय के प्रवाह में,शीशु पग पड़े आज। ईश्वर की लीला देख, यमुना उफान…
गुरु की महिमा – डॉ स्वराक्षी स्वरा
गुरु की महिमा कह नहीं सकते ताप पुष्प ज्यों सह नहीं सकते उनकी कृपा से धन्य हो जीवन गुरु पे कर दो तन मन अर्पण।। ध्यान लगाओ रात दिवस अपने…
हे गुरुदेव – संजय कुमार
अज्ञानरूपी तिमिर दूर कर हम ज्ञान की अलौकिक रश्मि फैलाएं, आइए हमसभी मिलकर फिर दिव्यज्ञान की एक दीप जलाएं। गुरु के ऋण को कहाँ कोई चुका पाया है गुरु अंधकूप…
शिक्षक हैं परेशान – जैनेन्द्र प्रसाद रवि
ऊपर के अधिकारी, लेते नहीं जिम्मेवारी, आज यहां रोज होता, शिक्षकों का अपमान। सुधार के नाम पर, विद्यालय जाँच होता, अधिकारी जारी करें,नये-नये फरमान। कमियाँ छिपाने हेतु, जनता को भरमाते,…
गुरू – विनय विश्वा
गुरु वहीं जो ज्ञान बताए भटके हुए को राह दिखाए जीवन मिले ना फिर ये कभी हर मोड़ पर जीवटता सिखाए गुरु वहीं जो ज्ञान बताए मुर्दे में भी जान…
मानव नव निर्माण – रत्ना प्रिया
‘ तमसो मा ज्योतिर्गमय ’ के, मंत्र के आह्वान का | आज दिवस है राष्ट्र के, मानव नव-निर्माण का || अनुसंधान तो हुए बहुत , आयुध के निर्माण को ,…