शिक्षक नहीं है सामान्य व्यक्ति, वह तो शिल्पकार होता है। गीली मिट्टी को सँवारने वाला कुम्भकार होता है।। उसने ही श्रीराम गढ़े हैं, वह ही श्रीकृष्ण निर्माता। वह ही समर्थ…
Author: Anupama Priyadarshini
हम शिक्षक – मीरा सिंह “मीरा”
करे उजाला अखिल विश्व में तम को दूर भगाते हैं। हम शिक्षक हैं ज्ञान के सागर ज्ञानामृत पिलाते हैं।। कैसी भी मुश्किल आ जाए तनिक नहीं घबराते हैं। अगर अंधेरा…
शिक्षक दिवस – नीतू रानी
शिक्षक के प्रति एक अहसास, शिक्षक दिवस को बनाएॅ॑॑खास। गुरु बिनु ज्ञान न उपजै , गुरु बिनु मिलै न भेव गुरु बिनु संशय न मिटै, जय जय गुरुदेव । राधा…
गुरुवर आए खास – एस.के.पूनम
प्राची दिशा लोहित है, सूर्यदेव निकले हैं, बच्चे आज ताक रहे,गुरुवर आए खास। पाठशाला सज रहा, महका है श्रद्धा पुष्प, मिट गया हिया तम,आया सितंबर मास। विश्वास से लबालब, शिष्य-शिष्या…
शिक्षक को सम्मान चाहिए – विवेक कुमार
राही को जो राह दिखाए, गिरते को ऊपर उठाए, कच्ची मिट्टी से घड़े बनाए, धार उनकी कुंद बनाए, अपनी बिना परवाह किए, छात्रों का भविष्य बनाए, मुसीबत आने पर भी,…
छोटी सी – धीरज कुमार
एक छोटी सी उम्मीद पर.. हम बड़े – बड़े काम कर जाते है। एक छोटी सी सफलता की रौशनी में…. सफल हो कर हर काम पूरा कर लेते है। एक…
अनोखा रिश्ता – किरण कुमारी
भगवान तेरा खेल निराला, एक एक कहानी है अधूरा। हर फूल में खुशबू नहीं महकता, सभी भाइयों को बहना नहीं होता। खुदा से मिला जिनको यह तोहफा, हर रिश्ता से…
शिक्षक – रूचिका राय
अनगढ़ माटी का गढ़ आकार देते है, शिक्षक है मुश्किलों से उबार देते है उनसे ही सीखा है जीवन कैसे चलायें, वह हौसलों का हमे औजार देते है। वह पथप्रदर्शक…
रक्षा-बंधन – रत्ना प्रिया
रेशम की डोरी में गुंफित, भाई-बहन का प्यार | श्रावण लेकर आया पावन, राखी का त्यौहार || नारी माँ, भगिनी, पुत्री है, संस्कृति का श्रृंगार है, शील, क्षमा, ममता करूणा…
रक्षाबंधन का संकल्प – विवेक कुमार
प्रेम और विश्वास का प्रतीक, स्नेह और दुलार बड़ा ही नीक, अदभुत अनोखा अटूट बंधन, मस्तक पर धारित तिल चंदन, जैसे आकाश और गगन, वैसे भाई और बहन, जैसे धूप…