मनहरण घनाक्षरी- रामपाल प्रसाद सिंह

भाद्रपद शुक्लपक्ष, धन्य हे सुलक्ष्य लक्ष, वक्रतुंड महाकाय, चरण पखारते। कोमल- कोमल दूर्वा, मोदकम मोतीचूर्वा, मूषक वाहन बीच, लाल ही स्वीकारते। लाल वस्त्र लाल फूल, रक्त चंदन कबूल, नारियल संग…

आसमान पर छाओगे – कुमकुम कुमारी

सत्य मार्ग पर चलकर देखो, अद्भुत सुख को पाओगे। कभी नहीं तुम विचलित होगे, और नहीं पछताओगे।। जलने वाले वहीं रहेंगे, तुम आगे बढ़ जाओगे। जल-जल कर वो राख बनेंगे,…

मेरी अभिलाषा – डॉ स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’

अभिलाषा अहर्निश है मेरी संताप हरने की। जीवन में सत्य सुन्दर और अतुलित प्राण भरने की। समर्पित इस धरा को तम से आजाद करने की। अभिलाषा अहर्निश है मेरी संताप…

मेरी अभिलाषा – डॉ स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’

  अभिलाषा अहर्निश है मेरी संताप हरने की। जीवन में सत्य सुन्दर और अतुलित प्राण भरने की।। समर्पित इस धरा को तम से आजाद करने की। अभिलाषा अहर्निश है मेरी…

मेरी अभिलाषा – डॉ स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या’

  अभिलाषा अहर्निश है मेरी संताप हरने की। जीवन में सत्य सुन्दर और अतुलित प्राण भरने की।। समर्पित इस धरा को तम से आजाद करने की। अभिलाषा अहर्निश है मेरी…

हमारे शिक्षक महान- विवेक कुमार

तन मन जिसने किया कुर्बान वो कोई और नहीं, शिक्षक महान। छात्रों की राह करते आसान, शायद मिला उन्हें ईश्वरीय वरदान।। सुबह की पहली किरणों के साथ, छात्रों का टेंशन…

ज्ञान का अलख जगाते शिक्षक – दीपा वर्मा

बच्चों के होते, प्यारे शिक्षक, ज्ञान का अलख, जगाते शिक्षक। अक्षर ज्ञान, कराते शिक्षक, अच्छा बुरा, बताते शिक्षक। शिक्षक की महिमा अपरम्पार, बच्चों का स्वप्न साकार कराते, बनते इंजीनियर, डाॅक्टर,…