Mai galwan ka sanik hu Ye Garv se kehta hu <-40* mai bhi rifle tange tehlne nikalta hu Nazar bhi pade jo dushman ki mere vatan pe Usee khaak mai…
Author: Dev Kant Mishra
स्वतंत्रता सेनानी-ग्लोरी सिंह
प्रस्तुत कविता ह्रदय में देश के प्रति सेवा भाव रखने वाले हमारे वीर जवानों पर आधारित है मरने के बाद भी जिसका जिस्म खुशबू – ए वतन फैलाएगा मिट्टी का…
गीत-भारत-वंदना-मुकेश कुमार मृदुल
तेरी माटी रोली – चंदन भारत भूमि तुझे शत वंदन सुषमाओं से है संपूरित देव यहां पर हुए अवतरित मुनियों के तप से है उन्नत धरा तू है मानव का…
वीरों ने ऐसा काम किया -प्रियंका कुमारी
हे शूरवीर संघर्ष अटल, शौर्यगाथा शत बार नमन। चट्टानों से टकराने को, नव स्वतंत्रता लाने को। वीरों ने ऐसा काम किया, संघर्ष सहस्त्र महान किया। चीत्कार पीड़ा से कातर मन,…
युवा स्वाधीन-चंद्रशेखर कुमार गुप्ता
जी हां मैं 78 वर्षों का स्वाधीन भारत हूं यूं तो यह उम्र विश्राम की होती है किंतु अभी मैं चिर यौवन के शाश्वत शिखर पर हूं बिना थके, बिना…
देश हमारा सबसे प्यारा-आशीष अम्बर
देश धर्म पर बलि – बलि जाओ। एक साथ सब मिलकर गाओ। प्यारा भारत देश हमारा। सदा झंडा ऊंचा रहे हमारा। देश को आजादी दिलाने के लिए। जिन जिन जवानों…
भारत का अभिमान तिरंगा – जैनेन्द्र प्रसाद ‘रवि’
भारत का अभिमान तिरंगा। हम तो हैं उस देश के वासी, जहाँ बहती नित्य पावन गंगा।। उत्तर में है खड़ा हिमालय, दक्षिण में सागर लहराए। पश्चिम में गुजरात मराठा, है…
मनहरण घनाक्षरी- एस. के. पूनम
भारत के तिरंगे में, शोभित हैं तीनों रंग, फहराए हवा संग, झुका आसमान है। जल,थल,नभ सेना, तत्पर रक्षा में सदा, देते रहे बलिदान, जारी अभियान है। नभ में विमान उड़े,…
आजादी का नव विहान- ब्युटी कुमारी
आजादी के लिए यातना सहकर, सूरमा नहीं विचलित हुए, विघ्न बाधाओं से लड़कर, गुलामी से मुक्ति दिलवाए। बाबू वीर कुँवर सिंह ने, हाथों की बलि चढ़ाई। आजाद लड़ते-लड़ते, अंतिम गोली…
आजादी का ज़श्न – रूचिका
आजादी का जश्न कुछ इस प्रकार मनाएँ, अशिक्षा, गरीबी, भूखमरी को मिटाएँ। सिर्फ सिद्धांत से ही नही अनुपालन से भी, हम चलें समानता का अलख जगाएँ।। अंधाधुंध विकास की दौड़…