मनहरण घनाक्षरी कभी देश प्रेम पर, हो गए न्योछावर जो, भारत माता के लाल, सभी कहलाते हैं। जब तक देश रहे, जय जय वीर कहे, मातृभूमि सदा आगे, शीश नवाते…
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