श्रद्धांजलि -अमृता सिंह

श्रद्धांजलि संगीत की साधना की ,या सुर आराधना की तुम गीतों की एक नदी या फिर स्वयम ही सरस्वती? क्या थी तुम पता नही,अनोखी,अनूठी अकल्पनीय,, सुर तुम सजाती, या तुमसे…

सरस्वती वंदना-रूचिका

सरस्वती वंदना श्वेतवसना पद्यमासना तू ज्ञान का विस्तार दे, अज्ञानता का तिमिर गहरा तू सदा उबार दे। अभिमान मन में न कोई आये, पार कर लूँ मैं जीवन बाधाएं, मेरी…

ज्ञान दायिनी – अशोक कुमार

ज्ञान दायिनी हे ज्ञान दायिनी, अबोध बालक पुकारे। बसंत पंचमी को आ जा, हमें दर्शन करा जा।। मुझमें विद्या का ज्ञान भरदें, मेरा काया कल्प करदे। अपनी कृपा की ज्योती,…

सरस्वती वन्दना – रीना कुमारी

सरस्वती वन्दना माँ शारदे, माँ शारदे तुम हो भवानी वर दे। माँ शारदे। मैं बालक तू मेरी माता बड़ा गहरा है माँ तेरा मेरा नाता। मुझमें विद्या का ज्ञान भरदे।…

मनहरण घनाक्षरी – कुमकुम कुमारी

मनहरण घनाक्षरी चले वसंती बयार, छाया सबपे खुमार, होकर हंस सवार, आई चन्द्रकांति माँ। छेड़ दी वीणा की तार, झंकृत हुआ संसार, छाई खुशियाँ अपार, आई चन्द्रकांति माँ। छटा घोर…

ग़ज़ल

ग़ज़ल जब हम अपने पर आए वो भी अपने घर आए। उनकी भोली सूरत पर पता नहीं क्यों मर आए। पछुआ हवा के झोंकों पर अदबी विरासत धर आए। चैन…