योग-अर्चना गुप्ता

योग आओ तन-मन को निरोग करें सब मिलकर चलो योग करें जप, तप और योग-ध्यान हर लेती हर विपदा-बाधाएँ आत्मविश्वास, यादाश्त बढ़ाकर नित अमृत बूँद बरसाती जाए स्नेहसिक्त हो आत्मिक…

खामोशी अतीव वाचाल- अर्चना गुप्ता

  खामोशी अतीव वाचाल देख अवनि की गमगीन -सी सूरत खामोशी आज हुई अतीव वाचाल धुआँ- धुआँ सी है बनी जिन्दगी जाने किस घड़ी हो किसका काल भयाक्रांत मनुज क्षण-क्षण…

आओ हे हनुमान यहाँ – स्नेहलता द्विवेदी ‘आर्या

जग में है कौन सुनो, जो तुम से अनजान। राम नाम सतनाम है, पूर्ण करै सब काम।।१।। हनुमान बिन राम सुनो, जीवन कौन आधार। हनुमान हिय माही बसें, जीवन भव…

जीवन का सबक-रूचिका

बच्चों आज एक प्रण तुम ले लो, विद्यालय बंद है जीवन का ज्ञान तुम ले लो। पुस्तकीय ज्ञान जीवन के लिए जरूरी है, पर उससे पहले जीवन का व्यवहारिक ज्ञान…

महावारी स्वच्छता दिवस – देव कांत मिश्र ‘दिव्य’

दिवस स्वच्छता खूब मनाएँ महावारी गुण बताएँ। खुलकर बच्ची के मानस में स्वच्छ रहें का पाठ पढाएँ। दिवस प्रथम एक अहसास है भाव यही नित दिखलाएँ। अभिनव जीवन सदा जुड़ा…