मैं शिक्षक हूं खूब इठलाती हूं मधु कुमारी

मैं शिक्षक हूँ…खूब इठलाती हूँ आदर्शों की मिसाल बनकर नित बाल जीवन संवारती हूँ मैं शिक्षक हूँ……………….. इस भाग्य पर खूब इठलाती हूँ। अपने संचित ज्ञान के बल पर भविष्य…

आपका जाना-मधु प्रिया

विजय सर, आपका जाना मानो, हम सब को‌ व्यथित कर जाना। कर्म से ही पहचान बनती है, कर्म से ही आपको हमने जाना। एक दिव्य पुरुष की आत्मा, एक स्नेहिल…

उन बेटों की याद कहानी लिखते-लिखते रोया हूँ -अभिषेक कुमार

      उन बेटों की याद कहानी    लिखते-लिखते रोया हूं  मैं केशव का पांच जन भी गहन मौन में खोया हूं,              उन बेटों की याद कहानी    लिखते-लिखते रोया हूं-2 जिनके माथे…

जनसंख्या संतुलन तो देश बनेगा खुशहाल-सुरेश कुमार गौरव

“जनसंख्या संतुलन तो देश बनेगा खुशहाल”   जनसंख्या वृद्धि है,देश के विकास में सदा ही बनता बाधक फिर भी कुछ ऐसे हैं,देने लगते ज्ञान और बन जाते हैं साधक। जनसंख्या…

शुभागमन-विवेक कुमार

शुभागमन निश्छल चंचल मन, आंखों में संजोएं, सपनों की उमंग, फंख फैलाए भरने को गगन की उड़ान, नव आगंतुकों हेतु सज चुका है, शिक्षा का दरबार, आइए पधारिए हमारे भविष्य…

माँ दुर्गा-देव कांत मिश्र ‘दिव्य’

माँ दुर्गा दुर्गतिनाशिनी माँ दुर्गा की, होती जय-जयकार। आदिशक्ति जगदंबा की है, महिमा अपरंपार।। निर्मल मन से जग जननी के, करें विमल-गुणगान। सद्विचार श्रद्धा अर्चन से, पाएँ शुभ वरदान।। नेह…

होली-मनु कुमारी

होली मधुऋतु देखो आई, अली मन खुशी लाई, पिया संग खूब हम, प्रेम गीत गायेंगे। गुलाल अबीर रंग, खेलेंगे प्रीतम संग, पकवान मजे लेके, खूब हम खायेंगे। पौराणिक कथा कहे,…