शून्य-एकलव्य

शून्य अंको में बड़ा शान है शून्य मेरा नाम है ना मैं धन ना मैं ऋण मध्य बैठ संख्या रेखा पर संख्या रेखा समझाती हूँ  बायीं ओर ऋण संख्या होती…

बिल्ली मौसी की सगाई-निधि चौधरी

बिल्ली मौसी की सगाई सुनो सुनो सब बहनों भाई, बिल्ली मौसी की है सगाई। जंगल में खुशियाँ छाई, बन्दर मामा बाँट रहे मिठाई। दूल्हा राजा बने हैं बिलार, बाराती है…

मदर टेरेसा-अपराजिता कुमारी

मदर टेरेसा करुणा और सेवा की देवी मानवता, ममता, दया की प्रतिमूर्ति शांति और सद्भावना की अग्रदूत अनाथ पीड़ितों की सेवा मे जीवन समर्पित दीन दुखियों को गले लगाती रोगी…

मेरी पुस्तकें मेरे मित्र-अपराजिता कुमारी

मेरी पुस्तकें मेरे मित्र मेरी पुस्तकें मेरे मित्र न ये रूठती, न ये साथ छोड़ती डुबोती रहती ये ज्ञान के सागर में पिलाती रहती अमृत की धार करती रहती बातें…

पर्यावरण रक्षा-संयुक्ता कुमारी

पर्यावरण रक्षा प्रकृति के साथ किया अत्याचार। पेड़ पौधे काटे पर्यावरण को किया बेहाल।। भुगत रहे हैं अपनी करनी, प्रकृति बदली अपनी चाल । मनुष्य बंद है कमरे में पशु…

होली-रीना कुमारी

होली होली आई, होली आई, रंगो का त्योहार है लाई। सबके लिए ये खुशियाँ लाई। चुन्नु मुन्नु ने आवाज लगाई, होली आई, होली आई। सोनू मोनू ने भरी पिचकारी एक…

हमारा पर्यावरण-रीना कुमारी

हमारा पर्यावरण पड़े-पौधे लगाना है, पर्यावरण बचाना है। पानी को बचाना है, जीवन को सजाना है। चिडियों को चहचहाना है, मस्त मयूर नचाना है। मदारी से डमरू बजवाना है। बंदर…

कोसी-डाॅ अनुपमा श्रीवास्तव

कोसी तोड़ के सारी सीमाओं को छोड़ के पिछे बाधाओं को, पीहर आई हैं सब मिलने ये “सातो” नदियाँ हैं बहनें। आया लेने भाई “सावन” स्नेह-सूत बंधवाने “पावन”, इठलाती बलखाती…