देश प्रेम की गीत सुनाता झंडा-एम एस हुसैन

देश प्रेम की गीत सुनाता झंडा  जब आसमान में लहराता झंडा मनभावन दृश्य दिखाता झंडा । हवाएँ चलती हैं जब जो़रों की तो मंद-मंद मुस्कुराता झंडा । जब कोई पूछता…

देश हमारा-विजय सिंह नीलकण्ठ

देश हमारा रहे सलामत देश हमारा सारे जग में है हमको प्यारा नहीं दिखा है कभी बेचारा जो जाने दुनियाँ जग सारा। राष्ट्रध्वज इनका तिरंगा केसरिया हरा सफेद रंग का…

मैं देश नहीं लूटने दूँगा-कुमकुम कुमारी

मैं देश नहीं लूटने दूँगा मैं देश नहीं लूटने दूँगा, मैं देश नहीं मिटने दूँगा। चाहे जान जाए तो जाय, पर तिरंगे को नहीं झुकने दूँगा। मैं देश ………………….. इस…

तेरी ही तो अक्स हूँ माँ-अपराजिता कुमारी

तेरी ही तो अक्स हूँ माँ जननी, जीवनदायिनी माँ धैर्य धरा सी, अटल पर्वत सी सामर्थ सागर सा, तुझ में, माँ सृजन, सहन, क्षमा, दया करुणा, ममता, त्याग की प्रतिमूर्ति,…

दहेज-निधि चौधरी

दहेज दहेज की अग्नि में जलते पिता की, सुनाने हूँ आई कहानी सिसकती। पिता बिटिया की हो गई है पक्की सगाई, कि लाखों में’ हमने खरीदी जमाई। थी खेती पुरानी…