आधुनिक परिवार-आँचल शरण

आधुनिक परिवार आधुनिक परिवार का हो गया है कैसा हाल, सब रहना चाहते अपने आप में सिमट कर खुशहाल। अब बूढ़े माता-पिता भी लगते है दूर के रिश्तेदार, यही है…

जगजननी माँ-मनु कुमारी

जगजननी माँ  जिससे बंधी खुशियाँ मेरी, जिससे मँहके सारा जहाँ, सबसे अच्छी, सबसे न्यारी, है वो मेरी प्यारी माँ! स्नेहमयी, आनंदमयी, वात्सल्यमयी तेरी गोद ओ माँ, जिसके आगे फीकी पर…

रामचरित-राजेश कुमार सिंह

चौदह कलाओं वाले सीतापति का रामचरित मेरे आराध्य देव मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हैं। रघुकुल शिरोमणि निश्छल और निष्काम हैं।। पिता दशरथ और माता कौशल्या के दुलारे हैं। लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न…