गाँव-मुकेश कुमार

गाँव गाॅंव की पगडंडियों में एक अलग बात है, यहाँ हमेशा हरियाली ही साथ है, एक बार गाँव आकर घूम लीजिये, यहाँ प्यार, स्नेह, सम्मान की बरसात है। यहाँ आपको…

कोरोना-स्मृति कुमारी

कोरोना कोरोना ने कहर बरपाया है, चारो ओर अंधेरा छाया है। गॉंव मुहल्ला देश विदेश  इसने जाल बिछाया है।। कोरोना ने कहर बरपाया है  चारो तरफ अंधेरा छाया है। कैसी…

सोचो कैसे बच पाओगे-विजय सिंह नीलकण्ठ

सोचो कैसे बच पाओगे  हर ओर गंदगी फैली है  पर्यावरण हो गई मैली है  क्या करेगा पौधा बेचारा  गंदगी देख थककर हारा।  न जल की निकासी दिखे कहीं  घर के…

दोस्त-मुकेश कुमार

दोस्त मेरी है हमेशा यह आरजू, मेरा दोस्त हमेशा खुश रहे, कभी आये न संकट के बादल, किस्मत इतना बुलंद रहे, हमारी दोस्ती दुनियाँ में एक मिशाल बनी रहे, आपस…

पालनहारा-संगीता कुमारी सिंह

पालनहारा धरती मॉ का हरियाला आंचल है वृक्ष, प्रकृति का श्रृंगार प्राणी का पालनहारा है वृक्ष। सांंसो के चक्र में, निर्मल प्राणवायु का, प्रदाता है वृक्ष। सुंदर पुष्प प्रसून, खिलती…