मानव धर्म आओ मिलकर हाथ बटाएँ न हो मानवता शर्मसार कहीं, हमसब मिलकर इसे बचाएँ दीन दुखियों का साथ निभाएँ। आज आई है विपदा भारी मानवता का लेने परीक्षा, मानव…
Author: Vijay Bahadur Singh
निश्छल बंधन-नितेश आनन्द
निश्छल बंधन अतुलनीय है प्रकृति जिसकी, मिली है उसकी छांव हमें, बिन बंधनों के साथ चला मैं, मिल जाए कहीं वरदान हमें। स्वभाव सरल तो है हीं तेरा, हृदय भी…
न हो विकल-विजय सिंह नीलकण्ठ
न हो विकल गर कोई संकोच हो रुकना मुनाशिब पल दो पल कुछ समय पश्चात ही बाधाएँ स्वयं जाती निकल न हो विकल न हो विकल। जब भी कोई पाषाण…
प्रकृति के साथ सीख-धीरज कुमार
प्रकृति के साथ सीख आज बताऊं मैं कुछ बात सीख भरी तुमको। किससे किससे सीख मिले जीवन में हमको। अगर सीखना चाहे तो मिल जाए सीख किसी से। चाहे पौधे-जानवर…
मच्छर से जीवन की सीख-विवेक कुमार
मच्छर से जीवन की सीख आओ सुनाऊं अपनी एक कहानी हूं मैं एक हाड़मांस का आदमी दिन भर नोटों की जुगत में रहता एक पल चैन की सांस न लेता…
नन्ही चिड़िया-अमृता सिंह
नन्ही चिड़िया उठ चिड़िया अब आंखे खोल तुझे अम्बर छूने जाना है, अपने नन्हे-नन्हे कदमों पर अपना भार उठाना है। हरे-भरे खेतों से तुझको दाना पाने जाना है, सुदूर झरने…
माहवारी खुलकर बोलने की बारी
🙏🙏माहवारी खुलकर बोलने की बारी🙏🙏 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 विधाता की अद्भुत कलाकारी नर संग पालनहार नारी सृष्टि सृजन की जिम्मेवारी इन्हीं पर वारी दिया समानता का अधिकार नारी को पृथ्वी का बनाया…
जागरूकता – मुकेश कुमार
यह तो प्रकृति का वरदान है, इस प्यारे सृष्टि का कमान है, यह कोई अभिशाप नहीं, मेरी नजर में यह सम्मान है । अपने आप को गर सुरक्षित रखना है,…
1. माहवारी जागरूकता गीत 2. जागरूकता गीत 3. भ्रांति
1. माहवारी जागरूकता गीत हो जाओ तैयार् बेटियों हो जाओ तैयार हर माह में आता माहवारी – 2 ये तो है इक हथियार… हो जाओ…
Din bada bhari
दिन बड़ा भारी दस वर्ष के बाद ही आए माहवारी लड़कियों के वास्ते ये दिन बड़ा भारी न जा पूजाघर में बेटी न रसोईघर नियम अनोखे बना दिये…