बेटी की शिक्षा-संगीता कुमारी सिंह

बेटी की शिक्षा वो उड़ती है पंख फैलाकर, आसमान छूना ख्वाब है उसका। वो चलती है, आत्मविश्वास से भरकर, हर मंज़िल पा लेना, सपना है उसका। गिरती है, उठती है,…

दोहे-अशोक कुमार

दोहे जब चीता तीन कदम पिछे की ओर जावे, बयालिस हाथ छलांग लगावे। जब तक चीता खड़ा है बचने का करें प्रयास, जब तीन कदम पिछे हटे न करें बचने…

माँ शारदे-अवनीश कुमार

माँ शारदे माँ शारदे हम करे तेरी वंदना दया करना हम करे तेरी आराधना। विद्या की तू है अधिष्ठात्री करे तेरी वंदना दिवा व रात्रि। शुद्धता का प्रतीक है तेरी…

अविरत बढ़े सदा ही जीवन में-अर्चना गुप्ता

अविरत बढ़े सदा ही जीवन में अविरत बढ़े सदा ही जीवन में, क्या पाया आज विचार करें। अंतस के दिव्य प्रकाशपुंज से, आलोकित जग-संसार करें। जो शुष्कता फैली उर अंतस…

स्कूल का बस्ता-डॉ. अनुपमा श्रीवास्तवा

स्कूल का बस्ता गुमसुम पड़ा है मेरा बस्ता नित देखे स्कूल का रस्ता  प्रभु जी बताओ मेरी भूल कब जाऊँगा मैं स्कूल? कलम किताब बस्ते से दूर क्या समझाऊँ मैं…

अनंत अंतरिक्ष की कल्पना-अपराजिता कुमारी

अनंत अंतरिक्ष की कल्पना अंतरिक्ष की परी ‘कल्पना’ करोड़ों बेटियों की प्रेरणा सपनों को जीना सिखा गईं, कल्पना। अनंत अंतरिक्ष में, उड़ान भरने की कल्पना को साकार कर गईं, कल्पना।…