पौधे पौधे के हम पाँच अंग, जड़, तना, पत्ती, फूल और फल। जड़ पौधों को पानी देता, तना पत्तियों तक पहुँचाता। पत्ती लेती सूर्य से प्रकाश, वायुमंडल से कार्बन डायऑक्साइड…
Author: Vijay Bahadur Singh
हो जाइए तैयार-विवेक कुमार
हो जाइए तैयार आ गया पुनः करोना का वार पाना होगा हमें उससे पार रखना होगा संयम की धार ग्लब्स, मास्क, सैनिटाइजर, 2 गज की दूरी का रखना होगा हथियार…
शिक्षक-प्रकाश प्रभात
शिक्षक शिखर तक ले जाने वाले क्षमा की भाव रखने वाले कमजोरी दूर भगाने वाले अपनापन समझने वाले। सच्ची राह दिखाने वाले हरदम तो समझाने वाले प्रकृति मूल बताने वाले …
कर्म ही पूजा हैै-नूतन कुमारी
कर्म ही पूजा है स्नेह सरसता है जीवन, वात्सल्य भरा हमसब का मन, पारिज़ात पुष्प बन कर महको, फकत प्रेम से सींचो हर क्षण। शुभ मंतव्य रखो मन में, सच्ची…
बालक की अभिलाषा-एस. के. पूनम
बालक की अभिलाषा बालक हूँ मेरी भी कुछ अभिलाषा है, गुरुदेव का असीम सानिध्य मिले, सादगी भरा वेशभूषा धारण करूँ, समाज में सादगी का मिशाल बनूं। बालक हूँ मेरी भी…
सुबह हुई नींद से जागो-नरेश कुमार ‘निराला’
सुबह हुई नींद से जागो नींद से जागो आँखें खोलो प्रात: की सुंदर यह बेला है, रवि की अद्भुत लालिमा से जगत का सुख अलबेला है। झटपट करके बिस्तर छोड़ो…
होली के दिन दिल खिल जाते हैं-मनु कुमारी
होली के दिन दिल खिल जाते हैं होली के दिन दिल खिल जाते हैं, रंगों में रंग मिल जाते हैं। प्यार जहाँ होता वहीं होती लड़ाई, गुस्सा रहे पर न…
वसुंधरा-मधु कुमारी
वसुंधरा माँ वसुंधरा का किया प्रकृति ने अद्भुत श्रृंगार जहां विहग भी करते हैं हरपल सौंदर्य विहार कनक समान धरती चमकती और आसमां भी करते मधुर मलहार…….. बहती नदियां कलकल…
प्रीत जहां की रीत सदा-एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
प्रीत जहां की रीत सदा है प्रीत जहां की रीत सदा मैं यही बताने आया हूं इस मिट्टी में मैं पला बढ़ा इसी से सम्मान पाया हूं। जहां के ज़र्रे-ज़र्रे…
शांति के फरिश्ते हैं हम-ब्रम्हाकुमारी मधुमिता
शांति के फरिश्ते हैं हम शांति सागर की संतान हैं, हम खुशियों भरा है, जीवन हरदम शांति के प्रकंपन, फैलाएं हम शांति के फरिश्ते हैं, हम। खुश रहना और खुशी…