बाल दिवस
आओ बच्चों आज कराऊँ
एक महापुरुष से रुबरु,
वीर सपूत थे भारत के वो
नाम है उनका,
पंडित जवाहरलाल नेहरू।
सन 1947 में जब
देश हुआ आजाद
जनहित का संकल्प लिया
और निकल पड़े करने
लोगों को आबाद
भारत के बने वो
प्रथम प्रधानमंत्री
खुद ही वीर सिपाही
और खुद ही बने संतरी।
बच्चों से करते थे वे
बेपनाह प्यार
इसीलिए बच्चे भी उनसे
करते थे बहुत लाड़
बच्चे बच्चे प्यार से उनको
कहते चाचा नेहरू
इसीलिए जन्मदिन पे उनके
बाल दिवस समारोह हुआ शुरु।
अपनी अंतिम साँसों तक वे,
लड़ते रहे देश की खातिर
धीर गंभीर मृदुभाषी वे
राजनीति में माहिर
स्वतंत्रता संग्राम में,
उनका था बड़ा योगदान ,
बड़े-बड़े तूफानों का वो
तुरंत करते थे निदान।
आओ हम सब मिल कर
आज जन्म दिवस उनका मनाएँ
उनके आदर्शों को अपनाकर
देश सेवा का संकल्प निभाएँ।
धन्य है यह धरती माँ
जहाँ जन्म लिया
यह वीर सपूत,
जनहित के लिए
उनकी निष्ठा
अतुलनीय और अद्भुत।
आज उनके जन्मदिन पर
करती हूँ मैं उन्हें प्रणाम,
युगों-युगों तक उन्हें याद करेंगे
देश की जनता और अवाम ।
प्रीति कुमारी
कन्या मध्य विद्यालय मऊ विद्यापति नगर समस्तीपुर