बरखा रानी
बरखा रानी बरखा रानी
जम के बरसाओ पानी ।
हम भी कागज की नाव बनाएँगे
पानी में उसे तैराएँगे
ताली फिर बजाएँगे
खूब करेंगे मनमानी ।
बरखा रानी बरखा रानी
जम के बरसाओ पानी ।
बूँदों का मेला होगा
पानी का रैला होगा
फिर तो ठेलमठेला होगा
कीचड की होगी कहानी ।
बरखा रानी बरखा रानी
जम के बरसाओ पानी
दोस्तों का आना-जाना होगा
बारिश में नहाना होगा
मस्ती मे गाना-बजाना होगा
नहीं करेंगे शैतानी ।
बरखा रानी बरखा रानी
जम के बरसाओ पानी ।
कुमारी अनु साह
प्राथमिक विद्यालय आदिवासी टोला भीमपुर
छातापुर, सुपौल
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