जनसंख्या संतुलन तो देश बनेगा खुशहाल-सुरेश कुमार गौरव

“जनसंख्या संतुलन तो देश बनेगा खुशहाल”   जनसंख्या वृद्धि है,देश के विकास में सदा ही बनता बाधक फिर भी कुछ ऐसे हैं,देने लगते ज्ञान और बन जाते हैं साधक। जनसंख्या…

प्रकाशपुंज

प्रकाशपुंज प्रकाशपुंज हूँ,विश्व को प्रकाशमय करता हूँ। संसार से अशिक्षा को दूर भगाता हूँ। समाज से सामाजिक बुराइयों को भगाता हूँ। जन-जन में शिक्षा का अलख जगाता हूँ। जीवन के…

कुण्डलिया

कुण्डलिया अनुकंपा के नाम पर, अब मिलता है काम वरना जेबें ढीली कर,सहज निकालो दाम। सहज निकालो दाम,न रखो किसी में आस्था मेधा कुछ नहीं करे,बनी है यही व्यवस्था। कह’…

सुस्वागतम-सुस्वागतम-मधु कुमारी

सुस्वागतम-सुस्वागतम नव वर्ष का हो रहा नवल आगमन है आशा होगा जन जन का जागरण करते हैं हम संग उल्लास के स्वागतम संग आशाओं से है हर्षमय आगमन सुस्वागतम…सुस्वागतम…सुस्वागतम !…