भारत के प्राचीन ग्रंथ- गिरीन्द्र मोहन झा

वेद-वेदान्त की है उक्ति यही, सदा बनो निर्भीक, कहो सोsहं , उपनिषद कहते हैं, ‘तत्त्वमसि’, तुम में ही है ‘ब्रह्म’, तू न अकिंचन। ऋषि व्यास जी ने है रचा, शुभकर…

बिहार की गौरव गाथा-भवानंद सिंह

बिहार की गौरव गाथा आओ सुनाएँ गौरव गाथा है ये अपना बिहार की कथा, गौरवशाली इतिहास है इनका बिहारी कहलाना सम्मान है सबका। गौरवशाली अतीत है इसका वर्तमान भी बहुत…

महारथी कर्ण का वध-दिलीप कुमार चौधरी

महारथी कर्ण का वध कहते थे लोग जिसे सूत-पुत्र था वह कुन्ती का प्रथम सुपुत्र। पाण्डवों का था भ्राता ज्येष्ठ दानवीर और धनुर्धर श्रेष्ठ। अपने होठों में दबाकर यह राज़…