मै हिन्दी भाषा हूँ। – Pankaj kumar

वैदिक संस्कृत मेरी जननी, शिव के सुरनाद से जन्मा हूँ, देवनागरी लिपि के वर्णों के, वर्णाक्षरों से तराशा हूँ, मै हिन्दी भाषा हूँ।। नभ में गूंजे प्रसार मेरा, बावन अक्षर…

हमारी हिन्दी – BIJENDRA KUMAR

समृद्ध विरासत है भाषा की,जिसकी मैं पहचान हूँ,  जिस सलिल हिलोरित बहुभाषा,वह हिन्दी मैं जलधाम हूँ।  मैं भाषा को रुचिर बनाती,मैं शब्द श्रृंगार हूँ,  राष्ट्र-गौरव गाथा की ,मैं हिन्दी उद्गार…

हिंदी हमारी प्रेरणा – BEAUTY KUMARI

हिंदी हमारी परिणीता, हिंदी हमारी अस्मिता। हिंदी हमारी शान है, हिंद की पहचान है। मां भारती के माथे की बिंदी, हिंद की परिचिता हिंदी। हिंदी हमारी प्रेरणा, जीवन की नवचेतना।…

काब्य लेखन-मेरी हिन्दी – MITHILESH KUMAR

भारत की बिंदी है हिंदी,संस्कार से भरीं हुयी। देवनागरी लिपि में लिखी -पढ़ी जाती है ये हिन्दी। अ,आ स्वर है,क से ज्ञ ब्यंजन है, संयुक्त अक्षर चार है क्ष,त्र,ज्ञ,श्र। वर्ण…

सच – Hariom Kumar Sharma

तुम्हारा सच, मेरा सच बस तुम जानो या मैं जानूं. तो फिर क्यों है इतनी उम्मीदें, बंधन और कड़वाहट? तुम्हारा अकेलापन या मेरा अकेलापन बस तुम जानो या मैं जानूं.…

कड़वी बातें – Hariom Kumar Sharma

💔 संघर्ष में तुम अनाथ हो, मित्र… 🥀 🚶‍♂️ काफिला तो सफलता के बाद ही उमड़ता है…!!!! 🏆🎉 ज़िंदगी की हकीकत यही है, जो तुम्हें रुलाता है… 😢 अक्सर वही…