मैं हिन्दी हूॅं वर्षों पुराने इतिहास के पन्नों में, दर्ज है मेरे अस्तित्व की कहानियाँ, शिशु हूॅं मैं संस्कृत है जननी मेरी, गर्व से बोलने और सुनने की तब थी…
Category: Atmakatha
कागज़ की आत्मकथा-एस. के. पूनम
कागज़ की आत्मकथा मेरा जन्मभूमि चीन कहलाता है, मुझे माह, तारीख तो याद नहीं है, पर हाँ! वर्ष 201 ई.पू. अंकित है, त्साई-लुन मेरे जनक कहलाते हैं। मैं वृक्षों के…