नव भारत का निर्माण करें – बिंदु अग्रवाल

आओ भारतवासी मिल कर  ज़न-ज़न का आह्वान करें,  नव गति, नव लय, गीत नया हो  नव भारत का निर्माण करें। निर्माण करें हम उस युग का  जिसमें ज़न-ज़न का उत्थान…

विनायक से विनय

विनायक से विनय- गीत हे गणनायक गौरी नंदन, होकर व्यथित पुकारे। हे विघ्नेश्वर! कृपा करो अब, हर लो क्लेश हमारे।। जीवन सुखमय चाह रहे हैं, लेकिन उलझा जाए। करूँ कार्य…

हिंदी का मान बढ़ाएँगे- विवेक कुमार

जो भाषा माँ से सीखी जाती, जग में सबका मान बढ़ाती, एकता का प्रतीक बन जाती, उसकी गाथा जन-जन को बतलाएँगे, उस हिंदी का मान बढ़ाएँगे। हिंदी की बिंदी जिसके…

कैसी हो मेरी संकुल की पाठशाला – अरविंद कुमार अमर

कैसी हो मेरी संकुल की पाठशाला, मन में यह प्रश्न कोंध रहा है? कैसी हो मेरी संकुल की पाठशाला। सजा -सजाया सुन्दर उपवन, नूतन निर्मल हो हर माला, ञ्यान मधू…

पृथ्वी की है करुणा पुकार-अरविंद कुमार अमर

पृथ्वी की है करुणा पुकार–: पृथ्वी की है करूणा पुकार, सुन लो मनुष्य इसे बार-बार । महलों-दो महलों को बनाकर, हम पर मत डालो इतना भार। सभी वृक्षों को नष्ट…