मेरे पिता मेरे जन्मदाता-लवली वर्मा

मेरे पिता मेरे जन्मदाता छाया तले जिनकी पली मैं, पुष्प समान खिली मैं। है मेरा जिनसे अटूट नाता, मेरे पिता, मेरे जन्मदाता।। सपने किये मेरे पूरे, बिन उनके रह जाते…

बिटिया रानी-दिलीप कुमार गुप्ता

बिटिया रानी  मेरी बिटिया रानी  पल पल होती तू  बड़ी सयानी  आ तुझे कुछ बात बताऊँ  जीवन दुर्गम पथ पर  आ तुम्हे चलना सिखलाऊँ। पढना लिखना तू  मनोयोग से  गढना…

बचपन-प्रीति कुमारी

बचपन कभी-कभी तन्हाइयों में, याद आतीं बचपन की बातें। भरा-पूरा परिवार हमारा, पल-पल मन को था महकाता। काश कि बचपन लौट के आता।। दादा-दादी का वह आँगन, लगता था कितना…

लाल बहादुर शास्त्री-कुमकुम कुमारी

  लाल बहादुर शास्त्री गरीब के वे लाल थे गरीबी के दर्द को वे समझते थे सादगी जिनकी पहचान थी ईमानदारी जिनकी जान थी देश के मंत्रियों के वे प्रधान…

हमारी कविता-गिरिधर कुमार

हमारी कविता मुझे पता नहीं कैसी है हमारी कविता सुंदर, असुंदर या और कुछ बच्चों की किलकारियाँ शरारतें स्लेट पर खींची आड़ी तिरछी रेखाएँ  उनमें झाँकती भविष्य की आशाएँ  पतंग…