आदर्श शिक्षक हे मनुष्य निर्माता, राष्ट्र निर्माता पग पग आपकी दरकार है। आप हैं हमारे आदर्श शिक्षक, आपकी जय जय कार है ।। आपकी जय जय कार है । शिक्षण…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
पाक नसीहत प्रभात रमण
पाक नसीहत भारत ने तुमको जन्मा है ये देश तुम्हारी माता है इसको तो कोई कष्ट नही फिर तुम्हे क्यों नही भाता है ? अपनी माँ से अलग होकर कैसे…
गुरु की महत्ता-खुशबू कुमारी
गुरु की महत्ता जब लगे कि सारे रास्ते हो गए बंद जिंदगी से हो गए तंग छिड़ गई हो आपस में जंग तब खुद को थोड़ा संभालना एकांत बैठना आंखे…
शिक्षक-कुमकुम कुमारी
शिक्षक हाँ मैं एक शिक्षक हूँ। शिक्षक होने का दंभ मैं भरता हूँ। राष्ट्र निर्माता होने पे गर्व मैं करता हूँ। हाँ मैं एक शिक्षक हूँ। यह सच है कि…
मानव जीवन-देव कांत मिश्र
मानव जीवन मानव जीवन बड़ा धन्य है इसे हम बताते चलें। अपने सत्कर्मों से नित इसे हम सजाते चलें।। देखो! बड़े भाग से मिला यह सुन्दर मानुष तन। अपने शुभ…
गुरु हैं जग के सोपान-अश्मजा प्रियदर्शिनी
गुरु हैं जग के सोपान गुरुवर के सानिध्य में बनते हम महान न रहते नादान, देते आशिष बनाते सुल्तान गुरूवर देते हमें अनुपम सकल ज्ञान हमारी नादानी का करते निदान…
चतुर लोमड़ी-अशोक कुमार
चतुर लोमड़ी कौआ मामा बहुत चतुर, भूख से थे मजबूर। वह निकले गाँव की ओर, रोटी का टुकड़ा मिला जरूर। टहनी पर बैठकर खाना चाहा, इतने में आ गई लोमड़ी…
सब मिल पोषण कर जाओ-एकलव्य
सब मिल पोषण कर जाओ खाना-पीना देती मम्मी ड्रेस नहीं क्यों देती हो खाता में जब जाता पैसा अपना मान क्यों लेती हो? पैसा अपना माने तो क्या…
दूर धरा की अंधियारी-मनु कुमारी
दूर धरा की अंधियारी मिट्टी के दीये से जब करते हम, अपने घर की उजियारी, स्नेह के दिये जलाकर कर दें, दूर धरा की अंधियारी। खुशी की फुलझड़ियाँ, और पटाखे…
ठनका वज्रपात-अपराजिता कुमारी
ठनका वज्रपात मानसून आ चुका है, बच्चों ! काले काले बादल घिर आए कड़ कड़ कड़ कड़ बिजली कड़की यह बज्रपात ठनका भी हो सकती है। ऐसे में रखनी कुछ…