मानव धर्म आओ मिलकर हाथ बटाएँ न हो मानवता शर्मसार कहीं, हमसब मिलकर इसे बचाएँ दीन दुखियों का साथ निभाएँ। आज आई है विपदा भारी मानवता का लेने परीक्षा, मानव…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
विश्व पर्यावरण दिवस-अनुपमा अधिकारी
विश्व पर्यावरण दिवस आज पर्यावरण दिवस पर एक प्रण अवश्य ले लो सब, पेड़ लगाकर पर्यावरण को शुद्ध एवं स्वच्छ बनाएंगे हमसब ! प्रदूषण रहित पर्यावरण हम सब बनाएंगे, प्रत्येक…
मैं हूं नारी-अशोक कुमार
मैं हूं नारी मैं भारतीय नारी हूं, मैं संस्कृति सभ्यता की जननी। है जीवन जीने की अभिव्यक्ति, खुद से निर्णय लेने की भी है शक्ति।। मुझे सोचने विचारने की अभिव्यक्ति,…
शिक्षा व्यवस्था कैसी हो-स्वाति सौरभ
शिक्षा व्यवस्था कैसी हो? कैसी हो शिक्षा व्यवस्था? करते हैं आज हम चर्चा, न कठोर सजा का प्रावधान हो, न फीस शिक्षा में व्यवधान हो। न विद्यालय मीलों दूर हो,…
साइकिल की सवारी- नरेश कुमार “निराला”
साइकिल की सवारी दो पहिये की अनोखी सवारी हर बच्चे को लगती है प्यारी, अनपढ़-ज्ञानी इसे सभी चलाते होती न किसी को कोई बीमारी। इसकी कीमत काफी कम है बिना…
न हो विकल-विजय सिंह नीलकण्ठ
न हो विकल गर कोई संकोच हो रुकना मुनाशिब पल दो पल कुछ समय पश्चात ही बाधाएँ स्वयं जाती निकल न हो विकल न हो विकल। जब भी कोई पाषाण…
चल लौट चलेंं-लवली कुमारी
चल लौट चलें चल लौट चलें अब गांव की ओर वो मिट्टी की सोंधी सोंधी सी खुशबू वो सरसों की बालि खेतों में लहराए फिर इठलाती हुई पक्षियों की पाँखें…
प्रकृति के साथ सीख-धीरज कुमार
प्रकृति के साथ सीख आज बताऊं मैं कुछ बात सीख भरी तुमको। किससे किससे सीख मिले जीवन में हमको। अगर सीखना चाहे तो मिल जाए सीख किसी से। चाहे पौधे-जानवर…
दोहा-विजय कुमार पासवान
दोहा यह पारस अनमोल रतन अपना हित करने से पहले, गैरों का भी हित सोचो। औरों की एक गलती से पहले, अपनी भी गलती देखो।। ध्यान रहे हो न तुमसे…
मच्छर से जीवन की सीख-विवेक कुमार
मच्छर से जीवन की सीख आओ सुनाऊं अपनी एक कहानी हूं मैं एक हाड़मांस का आदमी दिन भर नोटों की जुगत में रहता एक पल चैन की सांस न लेता…