सुरक्षा कवच स्तनपान स्तनपान नवजात शिशुओं के लिए सर्वदा है अमृतपान सभी नवप्रसूता माताओं को अवश्य कराना है इसका ज्ञान नवजात शिशुओं को देना है स्तनपान का प्रथम दूध कोलोस्ट्रम।…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
स्तनपान है अमृतपान-शुकदेव पाठक
स्तनपान है अमृतपान शिशु जन्म के फौरन बाद कराएं सभी मां स्तनपान मां का दूध है अमृत समान रहता जीवन भर अभिमान। मां का दूध जीवन की धारा निर्भर इस…
एक शिशु का स्तनपान-धीरज कुमार
एक शिशु का स्तनपान जन्म लिया जब धरती पर शिशु का तब जग से था मैं अनजान। खुद को पाया मां के पास तो हो गई मां से पहचान।। जन्म…
स्तनपान कराना है-ब्यूटी कुमारी
स्तनपान कराना है माता के दूध से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर कुपोषण दूर भगाना है। माता के स्तन से निकलता अमृत की धारा मानता है जग सारा। छह माह स्तनपान कराना…
बच्चों को दुग्ध प्रदान करें-विजय सिंह नीलकण्ठ
बच्चों को दुग्ध प्रदान करें जब मैदानों में पहुॅंचा कुश्ती का दंगल शुरू दिखा सबके मुख पर बस एक बात तुम माॅं का दूध पीया है क्या? गर माॅं का…
माॅं सृष्टिकर्तृ-सुरेश कुमार गौरव
माॅं सृष्टिकर्तृ मां! यानी सृष्टिकर्त्तृ स्त्री का महान दातृ रुप इस नाम की सार्थकता सबला शक्तिरुपा में सदा परिलक्षित दिखती है। वात्सल्य भाव प्रेषित कर जीवन रुपी पात्रों में ममता,…
E-LOTS से शिक्षा का अलख जगाना है-विवेक कुमार
E-LOTS से शिक्षा का अलख जगाना है E-LOTS से शिक्षा का अलख जगाना है कुंद पड़ गई धार को स्वर्ण सा चमकाना है कोरोना काल की क्षति को पूरा करके…
गंतव्य-प्रियंका दुबे
गंतव्य जीवन की यात्रा पर गतिशील है कदम, नहीं ज्ञातव्य यथार्थता, नहीं ज्ञातव्य औचित्य, नहीं है स्पष्ट रास्ते, नहीं जानते गंतव्य, कौन सा पथ है उनका कौन सही है पथिक,…
दर्द-एम० एस० हुसैन “कैमूरी”
दर्द दर्द अनोखा खूब होता है पड़ता है जब लोगों पर तनिक भी भान नहीं होता जब ठेस पहुंचाते औरों पर। पशु और पक्षी भी तो हैं प्राणी जो दर-दर…
सुनो बेटियों खूब कमाना-बबीता चौरसिया
सुनो बेटियों खूब कमाना मार सके न कोई ताना सुनो बेटियों खूब कमाना। गहना चूडी बिंदी लाना खुद से खुद का जीवन सजाना अपनी मर्जी खूब चलाना सुनो ओ बेटियों…