आंनद हीं आंनद गिरेगा नहीं तो चलेगा कैसे ? लड़ेगा नहीं तो जीतेगा कैसे ? भिड़ेगा नहीं तो अड़ेगा कैसे ? डरा नहीं तो डरायेगा कैसे ? हारा नहीं तो…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
दहेज-अशोक कुमार
दहेज बेटा बेटियां बराबर के अधिकारी, उन्हें बनाएं जरुर संस्कारी। शिक्षित बनाएं और उपकारी, दोनों का है बराबर की हिस्सेदारी।। बेटा बेटी वस्तु नहीं कि हम करें खरीददारी, दहेज लेना…
नव वर्ष-प्रकाश प्रभात
नव वर्ष नव वर्ष हमेशा कहलाएगा, जब तेरा सम्मान बढ़ाएगा। नव वर्ष खुशियाँ लेकर आएगा सारे लोग, खूब धूम मचाएगा। अबकी बार कोरोना कहर जाएगा, जब वर्ष बीस सौ इक्कीस…
शिक्षा का अलख-ऑंचल शरण
शिक्षा का अलख शिक्षा का अलख जगाकर चहूँ ओर प्रकाश फैलाना है, हर दिल में उत्साह जगाकर “लौ” शिक्षा का जलाना है। सभी बच्चे जब होंगे स्कूल में शिक्षक भी…
नववर्ष-अर्चना कुमारी
नववर्ष नववर्ष की स्वर्णिम मंगल बेला में आओ मिलकर नई शुरुआत करें जीर्ण-शीर्ण जो हुई हृदय-दीवारें कारण जान, उसपर मिल बात करें। डाल कटु बातें अंतस के हवनकुंड में हर्षित…
साल 2020-नीभा सिंह
साल 2020 बवाल कर गया साल दो हजार बीस, सवाल कर गया साल दो हजार बीस। कईयों को कंगाल कर गया साल दो हजार बीस, अस्पताल को मालामाल कर…
रिश्ता व मानव जीवन है अनमोल-शालिनी कुमारी
रिश्ता कभी सन्नाटे सा ख़ामोश कभी शोर मचाता ढ़ोल सा.. कभी कुसुमों का स्तवक कभी खिलता बसंत सा.. कभी मासूमियत से भरी कभी अनुरंजित हैं दम्भ सा.. कभी देता…
हमारा जीवन-पंकज कुमार
हमारा जीवन जब हम होते छोटे घरों में लगता था जैसे कैद थे हम, बाहर की दुनिया देखी तो घर तो बिल्कुल मंदिर जैसा। जब हम रहते छोटे गांवो में…
अटल विहारी वाजपेयी-रीना कुमारी
अटल विहारी वाजपेयी भारत के प्रधान मंत्री आप थे अटल, जिन्हें करते है हम नमण। भारत भाग्य विधाता आप थे। जो लाये देश में शांति और अमन। तेरी ख्याति…
माँ मुझको भी पढ़ने दो ना-विजय सिंह नीलकण्ठ
माँ मुझको भी पढ़ने दो ना माँ मुझको भी पढ़ने दो ना बहुत हो चुका काम खेत में नौ बजता दिख रहा घड़ी में स्कूल समय से जाने दो ना …