संस्कारों से प्यार है-नूतन कुमारी

संस्कारों से प्यार है जो बना ले संतुलन परिस्थिति से, करे द्वंद्व स्वयं से और नियति से, कायम करे वर्चस्व, अपने कृति से, पाना देना व त्यागना सीखें संस्कृति से,…

मेरा विद्यालय-मधु कुमारी

मेरा विद्यालय मेरा विद्यालय है शिक्षा का अद्भुत आलय मिलता जहाँ मुझे शिक्षा का सार्थक ज्ञान ज्ञान पाकर जग में होता खूब मेरा नाम। विद्यालय के पेड़-पौधे और सुंदर वातावरण…

नारी शक्ति-कुमकुम कुमारी

नारी शक्ति नारी तुम नारायणी हो शक्तिपुंज हो, जीवनदायिनी हो सदा ही गतिमान हो तुम सर्वत्र विद्यमान हो। नारी तुम आद्यशक्ति हो तुम किसी से डर नहीं सकती जग में…

सूर्य हमारा-लवली वर्मा

सूर्य हमारा तेज़ प्रकाश से जो है भरा, जगमग जिससे जग सारा। जो एक विशाल मध्यवयतारा, पिंड वो है सूर्य हमारा। पिंड वो है सूर्य हमारा।। ऊर्जा का है शक्तिशाली…

परिवार-दिलीप कुमार गुप्त

परिवार नन्हे मुन्ने मधुर मधुप गुंजन बड़े बुजुर्ग बरगद शीतल छाया भाई भाई का साथ निभाया बहनो ने जब हाथ बँटाया मात पिता का संबल पाकर निखरित प्रमुदित होता परिवार…

राष्ट्रीय प्रतीक-भोला प्रसाद शर्मा

राष्ट्रीय प्रतीक आम फलों में राष्ट्रीय फल धोले खाले ताजा जल फूल कमल हाथों में साजे पालन कर्ता उसमें विराजे खग है मोर विरासत है हाथी दस्तावेज हमारे श्वेत हैं…

स्वर्ग सा सुन्दर धरा बनाएँ-देव कांत मिश्र दिव्य

स्वर्ग सा सुन्दर धरा बनाएँ धरा हमारी अति पुनीत है विचार मंगल औ सुनीत है। पावन मन को खूब सजाएँ स्वर्ग सा सुभग इसे बनाएंँ।। मिलकर ही विचार हम बोएँ…