इंसान अब मैं ही मैं हो गया है हम शब्द जाने कहाँ खो गया है । पुरखों का नाम भुला दिया अपना अभिमान चला गया । फिर भी हम…
Category: sandeshparak
Sandeshparak poems are poems that are used to convey a message with feelings. Through poems, statements related to the country, the world, and society are transmitted to the people. Teachers of Bihar give an important message through the Sandeshparak of Padyapankaj.
प्रेम-प्रियंका कुमारी
प्रेम नफरत को मिटा दे, दुश्मनी को भी भूला दे, बदले की आग को दिल से बुझा दे, यह शक्ति किसी में नहीं, जो प्रेम करके दिखला दे।। बेजुबानों को…
हम भारत की बेटी-मधुमिता
हम भारत की बेटी नन्ही परी बन घर में रौनक लाती है बेटी पिता के आदर्श और माँ की संस्कारों की परछाई है बेटी ससुराल की मर्यादा और स्वाभिमान है…
हमारा देश हमारी जिम्मेदारी-मनु कुमारी
हमारा देश हमारी जिम्मेदारी राष्ट्र भक्ति की राह में , देश सुरक्षा की चाह में, कर्तव्य को सर्वोच्च मान, राष्ट्र सेवा को धर्म मान, हम अपना सर्वस्व लुटायेंगे हमें अपना…
एकिक नियम-एकलव्य
एकिक नियम एक नियम पर जो है चलता सत्य राह भी वही समझता घूर्णन से परिभ्रमण तक सदा नियम का पालन होता।। सूत्र बने कितने गणित के नियम से वे…
नियम-विजय सिंह नीलकण्ठ
नियम नियमों पर चलने वाले जन सदा सफल हो जाते हैं जो भी है अनदेखी करता असफल हो पछताते हैं। सदा समय पर उगता सूरज सदा समय पर डूबता है …
हिन्दुस्तान का किसान-नरेश कुमार निराला
हिन्दुस्तान का किसान भूख मिटाते लोगों का जो उनकी कहानी सुनाता हूँ, फसल उगाते धरती से, मैं बात उन्हीं की बताता हूँ। मार्तण्ड के लाली से पहले खाट छोड़ उठ…
खुशहाल रहेगा देश हमारा-देव कांत मिश्र दिव्य
खुशहाल रहेगा देश हमारा जब स्वस्थ होगा विचार हमारा पुष्पित होगा घर परिवार हमारा तब खुशहाल रहेगा, देश हमारा। जब मानव मानव में प्रेम बढ़ेगा। जन-जन में परस्पर स्नेह बढ़ेगा…
मानव जन्म अनमोल है-अर्चना गुप्ता
मानव जन्म अनमोल है मानव जन्म अनमोल है शुद्ध रखो आचार-विचार मधुर वाणी रखो जिह्वा में फैलाओ जग में सद्व्यवहार प्रेम, दया, सौहार्द्र, समन्वय संग सींचेगा जो यह संसार पथ…
करुणा की मूर्ती, लोकतंत्र का पर्व-अशोक कुमार
करुणा की मूर्ति करुणा की सागर है तू, ममता का गागर है तू। है जगत जननी है तू, सुख दुःख का संताप है तू।। तुम्ही हो ज्ञान कि ज्योति, प्रलय…