बिटिया-कुमकुम कुमारी

बिटिया हे जन्मदाता, भाग्य विधाता, पूज्य पिता जनक हमारे मैं भी तेरे बागों की कलियाँ जैसे भैया हैं हमारे हमको भी चलना सिखा दो बाबा पकड़ के हाथ हमारे हे…

व्यायाम-लवली वर्मा

व्यायाम नित करो सब व्यायाम। चाहे हो सुबह की बेला , या हो फिर शाम। नित करो सब व्यायाम।। बढ़ता इससे उर्जा का स्तर, ताज़गी रहती दिनभर। होती नहीं है…

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ-रीना कुमारी

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्वागत है इस दुनियाँ में बेटियाँ तुम्हारा। हाँ! बेटियाँ तुम्हारा। अगर न होती तू दुनियाँ में, सृष्टि बसती नहीं दुबारा। स्वागत है इस दुनियाँ में बेटियाँ…

जीवन तो सीखते जाना है-दिलीप कुमार गुप्ता

जीवन तो सीखते जाना है  सुख से सीखें, दुःख से सीखें खुशियाँ हो या गम से सीखें मैत्री भाव हो व्याप्त जगत मे रिपु अपना कोई नहीं  अपनों का सम्मान…

हंसवाहिनी वंदना-सुबह सवेरे-शालिनी कुमारी

हंसवाहिनी वंदना  हंसवाहिनी मां शारदे तू ज्ञान, बुद्धि, प्रकाश दे तम को मन से दूर कर तू राग जीवन में तू भर दें जग के छल, माया, प्रपंच से माँ…

अंतर-अवनीश कुमार

अंतर कुछ कर दिखा इस जमाने में बता दे दुनियाँ को नहीं है मानव-मानव में अंतर आज दिख रहा जो जमाने मे अंतर ये अंतर न रहेंगे निरंतर ये अंतर…