पर्यावरण हमारा आवरण-अपराजिता कुमारी

पर्यावरण हमारा आवरण 🌳🦋 🌳💦🦁🐯🌊🌪🦋🐤🦆🐱🐭🐋🦀🐬🦂🐌🦆🐤🐂🐄🦌🐪🦒🐫🐳🐿🦋🌳 🌳प्रकृति हम सब की माँ जैसी हम सब का आवरण पर्यावरण भौतिक, रासायनिक और जैविक सबको समष्टिगत करता पर्यावरण🦋 🌲सूक्ष्मजीवाणु, कीड़े, मकोड़े सभी जीव,जंतु पेड़-पौधे,…

आत्मनिर्भर-डाॅ. अनुपमा श्रीवास्तव

आत्मनिर्भर बिना सहारे जीवन “पथ पर “ चलता है जो अपने सामर्थ्य पर जिसे भरोसा अपने कर्म पर वही तो है जग में “आत्मनिर्भर “। नन्ही सी “चिड़िया” को देखो…

बाबुल की गुड़िया-डाॅ अनुपमा श्रीवास्तव

बाबुल की गुड़िया हो सके तो समझो दुनियाँ एक पिता के “मर्म” को, रख कर अपने दिल पे पत्थर निभाता पिता के धर्म को। “बूत” बनकर है निभाता रस्म “कन्यदान”…

कोरोना-अश्मजा प्रियदर्शिनी

कोरोना कोरोना का कहर विश्व में फैला रहा जहर महामारी फैलाने को है बेकरार चहूँ ओर है कहर ऐसे में संयमित रहे, लापरवाही न कीजिए। महामारी के संक्रमण से सकल…

बाल मजदूर विरोध-अश्मजा प्रियदर्शिनी

बाल मजदूर विरोध अपने बचपन को खोता कितना वह लाचार मलिन सी काया, दुर्बल छवि, जीर्ण-शीर्ण आकार  अत्यंत आवश्यक प्यासे को पानी भूखे को आहार मांसाहार नहीं, उसे भोजन मिल…

कोरोना से सावधान-कमलेश्वरी यादव

कोरोना से सावधान‌ कोरोना का दम ,मानव सफर से कम, यह ‘काल वृत्ति’ आते हैं, मानव को सताते हैं, दुर्दिन घड़ियाँ गिन-गिनकर, अक्ल ठिकाने लाते हैं। शोषक बनकर, प्रकृति का…

पेड़ लगाएँ पेड़ लगाएँ-प्रीति कुमारी

पेड़ लगाएँ पेड़ लगाएँ आओ मिलकर पेड़ लगाएँ नाचे गाएँ खुशी मनाएँ   पेड़ लगाएँ पेड़ लगाएँ । पेड़ों से हरियाली आती बागों में कोयलिया गाती, वन-उपवन में फूल हैं खिलते…