चाचा नेहरू-विवेक कुमार

चाचा नेहरू निश्छल निर्मल स्वर्ण धरा पर, कोमल संग मुस्कान लिए, कच्ची मिट्टी सा मन है जिसका, भविष्य जिसके भाल है, नव निर्माण का जो आधार, जिसके मन भांप बजाते…

बाल दिवस-ब्यूटी कुमारी

बाल दिवस तिथि नवंबर चौदह आता है हर साल चाचा नेहरू का जन्मदिन कहलाता दिवस बाल। दिल के भोले मृदु मुस्कान कोमल पंखुड़ियों वाला भाता उनको फूल गुलाब। करते थे…

सूर्य और प्रकृति एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण में-सुरेश कुमार गौरव

सूर्य और प्रकृति एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण में           सूर्य और प्रकृति ही संपूर्ण जीव जगत और मानव जाति का सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है। एक तरह…

प्रकाश पर्व-मधु कुमारी

प्रकाश पर्व चलो एक ऐसा दीप जलाएं मन के घने दुर्गुण तमस को सत्य के प्रकाश से जगमगाए आओ एक ऐसा दीप जलाएं…. करें ईर्ष्या, द्वेष, स्वार्थ की सफ़ाई मन…

मां शारदे-नूतन कुमारी

माँ शारदे माता तुम्हारे चरणों की दासी हूँ दातिये। तेरे स्वरूप को मेरी अँखियन प्यासी है दातिये! मुझे वर दे, मुझको स्वर दे, ओ मां शारदे -2 माँ तुझको पुकारूँ…

चंदा मामा-अशोक कुमार

चंदा मामा चंदा मामा चंदा मामा, हम सब के प्यारे मामा। काली रात डरावनी लगती, रात में उजाला कर देते।। चंदा मामा रोज नहीं आते, कहां तुम चले जाते। अंधेरी…