Teddy Bear, Teddy Bear, Where Are You? Teddy bear, teddy bear, Where are you? I’m looking around To play with you! Are you behind the table? No, no —…
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माँ-जीवन की ममता मूरत -सुरेश कुमार गौरव
माँ-जीवन की ममता मूरत तेरी दुआओं की छाया में पलते, जीवन के काँटे भी फूलों सा छलते। तेरी ही ममता है साँसों में बहती, हर दर्द में भी…
सिंदूर की चिंगारी- अर्जुन केशरी
धधक उठा है आज हिमालय, वीरों का है गर्जन। सिंदूर की ललकार बनी, आतंकी का अब तर्जन। पहलगाम के अश्रु नहीं, अब खामोश सहेंगे। शौर्य की इस गाथा से, दुश्मन…
विद्यालय की जुदाई – एम० एस० हुसैन
आया था जब मैं यहां पर एक अजनबी सा बनकर था अकेला, मायुस बैठा खूद में ही खूद सिमटकर न था किसी से परिचित न था मैं किसी से बेहतर…
सुन री दीया – अवनीश कुमार
सुन री दीया काश! तू सुन पाती, मेरी विरह-व्यथा समझ पाती। तेरी जलती लौ से, क्या-क्या अनुमान लगाऊं? मद्धिम पड़ती लौ से, क्या-क्या कयास लगाऊं? बिन पिया, दीया, तुझे क्या-क्या…
भीमराव अम्बेडकर – नीतू रानी
भारत के ये वीर सपूत, जिसने मिटाया छुआछूत। रामजी मालोजी सकपाल के थे सुपुत्र भीमाबाई के थे चौदहवीं पुत्र। गरीब परिवार में लिए अवतार, व्यक्तियों में बन गए वो खास।…
दोहावली – मनु कुमारी
प्रेम प्रलोभन दे रही, खड़ी राम के पास। मन में थी यह चाहना, होगी पूरी आस।। मर्यादा की रास में, किये न अनुचित काम। आमंत्रण ठुकरा दिए, क्षमा सहित श्रीराम।।…
भीमराव अम्बेडकर ” अंतिम विचार:आत्मज्योति की लौ- सुरेश कुमार गौरव
जीवन भर संघर्ष था, पर न रुका विचार। हर पीड़ित के हित रहा, निज मन का सुविचार॥ शोषण की दीवार को, तोड़ा सत्य-विचार। सत्ता-मंचों से कहा,”बस चाहूँ उच्च विचार॥” काया…
बैशाखी का पर्व है: विधा: मनहरण घनाक्षरी– रामकिशोर पाठक
कहते मेष संक्रांति, है विषुवत संक्रांति, फसल कटाई शांति, बैशाखी का पर्व है। सूर्य का मेष प्रवेश, पंज प्यारे धर वेश, हरिद्वार ऋषिकेश, मेला पर गर्व है। पुथण्डु बोहाग बिहू,…
महावीर – रामकिशोर पाठक
छह सौ साल ईसा पूर्व का, वैशाली शुभ धाम। कुण्डग्राम में जन्म हुआ, बर्धमान था नाम।। थी चैत्र शुक्ल की त्रयोदशी,क्षत्रिय सिद्धार्थ द्वार। त्रिशला का पावन गर्भ हुआ, महावीर अवतार।।…