चमका जैन धरा पर तारा, वीर स्वराज पुकार, अहिंसा का मंत्र सुनाया, बना जगत आधार। त्याग, तपस्या, संयम-शक्ति, जिनका रहा प्रबोध, महावीर ने खोल दिए, आत्मा के सब बोध। राजमहल…
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मधुमास का यह प्यार है – अमरनाथ त्रिवेदी
प्रकृति के अनंत गोद में, छाई ऐसी बहार है। मानों जीवंत हो निर्जीव भी, ऐसा मधुमास का यह प्यार है। अनन्तता के बोध में, यह जीवंतता की शान है। मधुमास है…
प्रियवर तब रामायण पढ़ना- संजय कुमार
प्रियवर तब रामायण पढ़ना प्रियवर तुम रामायण पढ़ना दुःख मन को जब व्याकुल करे और राह अंधकार चहुँओर दिखे संबंधों के अनुबंधों में जब आएँ धुंध काले बादल के प्रियवर…
राम नाम है शीर्ष जगत में – अमरनाथ त्रिवेदी
राम नाम है शीर्ष जगत में, यह खुशियों का आगार है। भज ले रे मन मीत मेरे, बिन इसके सब बेकार है। चाहते हैं कुछ अच्छा करना राम नाम पहले…
वसंत की पुकार – अमरनाथ त्रिवेदी
वसंत की खुशबू फिजा में, तैर रही नित शान से। जवाँ दिल बढ़ें चलें, रुकें न अग्नि बाण से। न आदि है न अंत है, वसंत ही वसंत है। पसरी…
हमारे जमाने की ईद- संजय कुमार
बहुत याद आती है ईदें पुरानी नानी और दादी के किस्से कहानी हिन्दू न हम थे न मुसलमान मीनू वो खुशियाँ व मस्ती, सबकी थी साझी मुहल्ले के मस्जिद और…
नव दुर्गा का दिव्य संदेश – सुरेश कुमार गौरव
“शैलपुत्री” का पहला वंदन-धैर्य संकल्प का दीप जलाओ, अडिग रहो, हिमगिरि सम दृढ़, सच्चे पथ पर कदम बढ़ाओ। “ब्रह्मचारिणी” का सन्देश- साधना से अपनी राह बनाओ, धैर्य, संयम, तप की…
आओ मिल नववर्ष मनायें- अमरनाथ त्रिवेदी
आओ सब मिल नव वर्ष मनायें, अपने सपने खूब सजायें। चेतनता का द्योतक है यह, सृजन का उद्घोषक है यह। आज मही पर नव वर्ष है आया, खुशियों का संगम है लाया।…
आया है नववर्ष- शैलेन्द्र भूषण
प्रतिवर्ष है यह आता तन-मन को खूब भाता सृष्टि में फैला अद्भुत यह कैसा सुखद हर्ष आया है नववर्ष। हम कर गये प्रवेश सदी अगली है विशेष बीता हुआ हर…
नव संवत्सर का शुभागमन- सुरेश कुमार गौरव
चैत्र मास आया लेकर नव जीवन का संचार, संवत्सर नव मंगलमय, भर दे उमंग अपार। शुक्ल पक्ष की प्रथम रश्मियाँ शुभ संकेत लाए, वसुंधरा नव रूप सँवारकर हरियाली बरसाए। कोयल…