है कोटि-कोटि धन्यवाद
ऐ टीचर्स ऑफ बिहार
तेरे बदौलत हीं सबका
होता है सपना साकार
रचनाएं दब सी जाती थी
होता न था प्रचार प्रसार
लिखना शुरू मैंने किया
तुने दिया है , इसमें धार
लेखनी में होती जो त्रुटियां
यहां सबका होता है सुधार
टीओबी की प्रकाशन टीम
सदैव ही , रहती है तैयार
टीम के अथक प्रयास से
हुआ दो साईट का विस्तार
पद्य पंकज व गद्य गुंजन से
होती है रचनाओं का प्रसार
धन्य है ,उनकी सक्रिय सोच को
किए जो TOB का अविष्कार
जिसमें हम शिक्षक कवियों की
लिखित रचना का होता है प्रसार
स्वयं को Google में पाकर के
मेरा मन प्रफुल्लित हुआ अपार
धन्य है , समस्त टीम टीओबी
धन्य है मेरा टीचर्स ऑफ बिहार
*एम० एस० हुसैन “कैमूरी”*
शिक्षक
उत्क्रमित मध्य विद्यालय
छोटका कटरा
मोहनियां कैमूर बिहार
